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कांग्रेस की कुत्ता संस्कृति-व्यंग्य

ghumantu
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कोयले की कालिख से सराबोर हमारे देश के सरदार जो की बिलकुल असरदार नहीं है उनके पास हर चीज का एक हथियार है वो है उनका मौन… उनका नाम उनके माता पिता ने तो मन मोहने वाला रखा था पर वो एक मनमोहिनी के जाल में ऐसा फसे की वो अब मन मौन हो चुके है. उनके नाम में सिंह भी लगा है पर काम शेरो के बजाय कुत्तो वाला करना शुरू कर दिया. अजी कुत्ता सुन के नाराज़ मत हो जाइएगा मित्रो.. कुत्ता तो शान है वफादारी के नाम पर, कुत्ता तो जज्बात है दूम हिलाने वालो का, कुत्ता तो मालिक के फेके रोटी के टुकडे पर होने वाली नमक हलाली का परम पावन प्रतीक है.. सो आप कुत्ता शब्द में वो आनंद नहीं खोज पाएंगे जो हमारे मन मौन सिंह साब खोज लेते है. हालाकि कुत्ता शब्द सुनकर खुश होने वालो की हमारे यहाँ एक लम्बी लाइन है… कुछ तो पिल्ले बेचारे भी लाइन में लगे है. एक परिवार विशेष के यहाँ दिल्ली में शायद कुत्ता पालन केंद्र ही चल रहा है.. सो सारे कुत्ते वही पर जा पहुचाते है जहाँ कुत्तो की देवी,और पिल्लो के देवता रहते है वह पर मत्था टिकाना चार धाम यात्रा के बराबर ख़ुशी दे देता है उन्हें, वह पर जाना उन्हें हज के बराबर संतोष देता है.. वो किसी भगवान् को नहीं मानते उनके लिए तो वही सबकुछ है जो उन्हें रोटी का टुकड़ा देता है.. देवता के ऊपर भी कुछ दिन पहले एक वकील साहब ने कालेधन का कालिख पोत दिया. देवता कुछ दिन से गायब है कुत्तो में बेचैनी है.. अपने पिता को दो फुल चढाने भी नहीं आ पाए.. वकील साहब का कहना है की देवता काला धन को सफ़ेद करने गए है… ये काला धन सफ़ेद कैसे होता है अर्थशास्त्री या अनर्थ शास्त्री मन मौन अच्छे से जानते है, चूना लगाना है उस पर या देश पर, मन मौन साब सिखा चुके होंगे , शायद उन्ही से राय करके देवता गायब हुए है..
स्वामी जी मस्त है , कुत्ते, उनकी कुलदेवी ,उनके देवता उनसे त्रस्त है, स्वामी जी माया अपरम्पार है राजा को रंक बना सकते है राजा को जेल भी भेजवा सकते है 2G पर उनका ध्यान है, कुलदेवी को जेल में भेजने का प्लान है, एक कुत्ते माफ़ करियेगा उस कुत्ते के बच्चे ने कल भौका है स्वामी जी के पास अच्छा मौका है सो स्वामी जी पहुच गए है कोर्ट में… की बिना मतलब के हमारे ऊपर ये भौका है सो इसके ऊपर मानहानि का मुकदमा दर्ज हो, कुत्ते का बच्चा इसलिए हैरान क्योकि उसका बाप परेशान है, स्वामी ने कहा की उसका बाप चुनाव जीता ही नहीं था, तमिलनाडु की अम्मा जी ने भी वही बात कही है देखिये क्या होता है.? स्वामी जी का कहना है, की 2G का मतलब दो जी से है कुलदेवी जी और कुलदेवता जी.. स्वामी जी का कहना की इन टु जी को कभी न कभी जेल में रहना है. स्वामी जी कहते तिहाड़ में इटैलियन खाने का इंतज़ाम करना है. पिज्जा बर्गर के साथ इन कुत्तो की माता को यही पे रखना है.
देश के एक पति है कुत्तई में महारथी है उनका देश के नाम एक संदेशा है कुलदेवी की बात को दोहराने का ही अंदेशा है… उनके अनुसार देश को किसी बाबा से तो किसी अन्ना से खतरा है.. जो भ्रस्टाचार के नाम पर कुत्ता पालन केंद्र को सत्ता से बाहर भेजना चाहते है, जो की उनको बर्दाश्त नहीं सो उनका कहना है देश को भ्रस्टाचार से नहीं उसके खिलाफ आन्दोलन से खतरा है.. कुलदेवी के पैरो में ही उनको आनंद है उनका तलुआ चाटना ही उनको पसंद है. उनको अपने घर का लान छोटा लगता था सो कुलदेवी के चरणों में गिर गए..रो पड़े की माता मुझे दिल्ली का सबसे बड़ा वाला ही लान चाहिए सो करुणामयी माता के आँखों में आंशु आ गए उनका पद उनके कुत्तई का प्रतिफल है और कुत्तई की राजनीति बहुत सफल है..
देश में हो रहा है दंगा , कानून का राज़ रोज़ रोज़ हो रहा है नंगा , शांति के पुजारी करते है धरना ,मै तो कहता हु इन कुत्तो को धर ना … ये मारते है पुलिस वालो को मीडिया वालो को फिर ये हमेशा रहेंगे शांति के पुजारी,गुजरात का दंगा हिंसक जाती के शेर पर कलंक है पर मन मौन साब का कहना है की आसाम का दंगा देश पर कलंक है , ये दोहरी नीति है, पर आजकल यही राजनीति है,उत्तर प्रदेश में बच्चा राजा है, बाप सत्ता चलाता है चाचा वजीर है भतीजा भी सामंत है.. मन मौन ने एक कुतिया पाली है उसी से हर घपला घोटाला सुन्घवाती है, जो जो चोर है कुतिया से बोर हैं. कुछ भी काम कराना हो कुतिया को पीछे लगाना है. मैडम ने लगवाई है अपनी प्रतिमा पर उनमे भी घुश गयी इस कुतिया की आत्मा,वो भी परेशान है कुत्ता पालन केंद्र की इसीलिए मेहमान हैं.
गुजरात में चुनाव है, गुजरात से प्रधानमंत्री की आश है.. माता ने कहा है ये मेरा दुश्मन है,इस देश का सौभाग्य है. मै मय कुत्तापालन परिवार इस देश के दुर्भाग्य हैं, ये आएगा जनता को रोटियां खिलायेगा,तुम लोगो के हिस्से कुछ नहीं आएगा. रोटियां यदि खाना है तो जोर जोर से भौक लगाना है. इसको हराना है देवता को वजीर बनाना है पर भूपेंद्र इतना भी मुर्ख नहीं है वो आम आदमी है आम की ही तरह कुछ दिन बहुत कड़ा तो अंत में अत्यधिक मुलायम पर उसको तुमने धुप में छोड़ दिया है सो वह सुख गया है अब वह देवी के लिए कतई मुलायम नहीं होने वाला है. हिंसक जाती का रक्च्चक गुजरात का शान अब तुम्ही पे है हिंसक जाती को अभिमान, अब हम गए है सीख, नहीं निकालेंगे इन कुत्तो के चक्कर में पड़कर तुम्हारे में मेन मीख.. तुम हो हिंसक जाती के पालन हार, कुत्तापालन केंद्र का तुम्ही करोगे नाश, सभी में थी निराशा पर तुम्ही से है अब आशा जल्दी से तुम आओ कुत्तो से अब मुक्ति दिलाओ..

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